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हाम्रो बारेमा

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

मानव सभ्याताके उत्पति विकास ग्रीक (ग्रीस) देशमे भेल्हा पर विश्व उत्पतीके बाद वुद्धि विकास समय परिस्थिती के उपज अपन उपस्थित ग्रह उप ग्रह समेतमे पुग्लाके बाबजुद यी अगाडी बढहैत विश्व मुठी भरमे कैद भुमंडलीकरण हैते करीब पुस्तौ पुस्ता अगाडी नेपालमे यै विभिन्न वर्ण पेशा, जातजाति और समाजमे विभाजन भेलापर ओहै मेसे एकटा जाती थारु चियै ऊ जाती जुझारु, मिहनेती भेला पर विभिन्न नाम उपनाम रायद्वारा प्रात केलक उदाहरणके रुपमे देशमे व्यापत सामान्य कानुन मुनुकी ऐन १९१० मे मालपोत ऐनमे जिम्माबाल, पटवारी, विर्तावाल, महतो चौधरी जातीके वर्णन भ्याल छै और वृद्ध वृद्धा जाईत परजाईत जानकार सबके विचार अनुरुप कोचिला थारुमे विभिन्न थाक वंश पङत अखन तक करिब १३९ से बेसी थाक वंशके पहिचान भ्यासकल छै उ सबमे से खोनमा वंश थाक पडत एक चियै ।

खोनमा वंश थाकके ऐतिहासिक उत्पती कत से, कैहिया भेलै तकर ठोस प्रमाण नै छै लेकिन वृद्ध वृद्धा, दुरा जानकारके कहाई पिता पूर्खाके अहवर व्यवहार पर आधारित कथा दन्त कथा कहावत सब छै जैसे " गोसाई धरम करैत समय देवी देवताके उपासना स्वरुप चिर्खा (दिया) वहारमे देल्कै ओकर वाती (बतियर) ल्याके कौवा उइडगेलै तैहियेसे गोसाइ घरमे साझ दयाके अपन देवताके आराधना उपासना करैले लागल, प्रचलनमे एल प्रमाणके रुपमे नेमान पावैनमे खोनमा सबके गोइठा घुर गोसाई घरमे हैछै । खोनमा वंशमे एक व्यक्ति खोना वैद्य जे शारीरिक रुपमे खोन छेलै उ व्यक्ति वास्तुशास्त्रके भी ज्ञान राखै छेलै , बृज पिता महादेव बाबाके परम भक्त छेलै । महादेव बाबाके प्रभावसे समाज, गामघरके धार्मिक और वैद्यके रुपमे स्वास्थ्य सेवा भी प्रदान करैछेलै जेकरा गामघरमे खोना वैद्य खोना वैद्य लागलै और बादमे आईबके खोना शब्द अप्रभंश भ्याके खोनमा वंशके नामसे परिचित भेलै ।

खोनमा बंशावली के सम्बन्धमें

खोनमा वंशावली थारु समुदाय समाजमे आपने किसिमके गाथा व्यथा ईतिहास काममे केलहा विशाल धियापुता भेलहा थाक वंश चियै ऐ मे कोनो दुजाभाव नै, थारु समाजमे वंशावलीके इतिहासमे लिपिवद्ध करैवाला यी सबसे पहिलका थाक वंश चियै । हमर बाबा पुर्खा अग्रज समकक्षी शुभ चिन्तक सहित गैर खोनमाके सहयोग सद्भाव मद्दत से २०४७ सालमे सप्तरीके ईनर्वा फुलवरिया गा.वि.स. के भैरौगंज वेल्हा गाममे खोनमा वंश भितरके वृद्ध वृद्धा जानकार दुरा सहयोगी सबके प्रयासमे प्रकाशित खोनमा दिग्दर्शन किताबमे भेलहा कमी कमजोरी पुस्ता मिलान संगे समय परिस्थिती के उपज प्रस्तावमे भेलहा वंश सन्तान वृद्धि के यी कितावमे समावेश करनाई अपरिहार्य है के वजह से परिमार्जन परिषकृत रुपमे लावैके लेल विभिन्न मिति समय मुताविक से गाम ओई गाम ग्रह जुरावैत एक आपसमे खोनमा वंशज बन्धुवान्धव सबमे सबके भेटघाट, चिया पान हिन्दके पावन ऐतिहासिक पावैन विजया दशमी, शुभ दिपावली, छठ पर्व और समाचकेवाके सगुन लेनाई देनाई शुभ कामना आदान प्रदान के अवसर जराईत मिति २०६६ साल असोज २८ गते जिल्ला सिरहा लहान नगरपालिका वार्ड नं. ६ मे सिरहा, उदयपुर, सप्तरीके खोनमा वन्धु वान्धवके समुपस्थितीमे कार्यक्रम के आन्तिरीक छलफल बहस भेलापर यी पाठ्य पुस्तक पुनरलेखन करैले लेल तत्काल १९ सदसीय समिति गठन करैत निकट भविष्यमे खोनमा वंशावली किताब बहार भेनाई छै ओई बटम लाईनमे काम करैत छपाईके जिम्मा लागलाके वाद विभिन्न बाधा अवरोध के कारणसे ढिलाई भेल जकर लेल समिति क्षमा याचना करैत आईके मिति में यहाके हाथ हाथ यी किताव छै ऐ मे कमि कमजोरी हेतै तकरा सच्यावैले सुझाव सल्लाहके अपेक्षा करैत धन्यवाद ज्ञापन करैची । जय खोनमा । खोनमा वंशावली समिति

दुर्गानन्द चौधरी

अधिवक्ता, राजविराज
बजराहीगुठी, सप्तरी

वंशावली कथि ले

यै लौकिक जगतमे मानव सब मानवे चियै तौपर भी एक दोसरमे शुक्ष्म अति शुक्ष्म निरतता सब अखनतक छै जे अपरिहार्य छै जे अपरिहार्य छै हाड वंश, कुल नाता गोता, सबके सब फरक संज्ञा चियै एकर व्यवहार एक से दोसर सहभागीके सम्बन्ध रहैछै । कोनो यी देशके शासन व्यवस्था संचालन करै खातीर कानून ऐन नियम सबके निर्माण करैत ओकर परिकल्पना कराबैले राज्य कटीबद्ध रहैछै कानून उलंघन करैबालाके लेल दण्डके भी निर्धारण कर्ने रहैछै । ओइ मे से पारिवारिक कानून अन्तर्गत एकटा भागके रुपमे हाड, नाता एक चियै हाड नाता ऐन पिता पुर्खाके रजवृत से पैदा भेल सन्ताकके कैहछै मुलिकी ऐन हाड नाता कर्नी महल अन्तर्गत उके हाड तर्फ जन्म दिने आमा दिदी, बहिनी लगायत लाई करनी गरेमा सजाय हुन्छ । साथै एकै हाड नाता भित्रका नातामा विवाह गरेमा त्यस्तो विवाह बदर हुने छ । यै वाक्यांससे हाड नाता कि चियै स्पष्ट है छै । वंशावलीके महत्व एै वातसे सिसा जखा साफ हैछै । बहुत वृद्ध वृद्धा,पुरान सबके भेलाइ भोगाई और कथा कहानी कैहबी अनुपातमे अग्गर एक हाड वंशमे विवाह कर देनाई नै ठीक ओकर परिणामके रुपमे धियापुत्ता अल्सुथा, सुस्त मनस्थिती धियापुता भेलापर नै जीनगी (बच्नु) यी सब उदाहरणके रुपमे आबैछै और ऐकर वैज्ञानिक कारण भी छै । एके नसलके जाती परजातीके वृद्धि विकासमे प्रगती परिणाममुखी कम भेलासे एकके दोसरसे क्रस कऱ्याके विकासमे ( हाईब्रिड) उत्पादन करैछै जे करीब करीब सर्वसाधारण मानवके मनसपटलमे विद्यमान छै, तै हेतु हाड वंश अहम चिज चियै । खोनमा वंशजके विवाह गैर खोनमा संगे करैले हमर बन्धुवान्धव कत - कत छै उ सब जानकारी लिपी बद्ध रुपमे एक ठाम जानकारी राखैले भी ऐ वंशावलीके महत्व छै ।